फोरेक्स ट्रेडिंग वर्ल्ड की सबसे ज्यादा ट्रेड होने वाली मार्किट है। एक अनुमान के अनुसार इसमें 10 ट्रिलियन से भी जयादा ट्रेड हर रोज होती हैं।
FOREX का मतलब है Foreign Exchange Market।
फोरेक्स ट्रेडिंग क्या होती है ?
जब आप किसी दूसरे देश का कोई प्रोडेक्ट खरीदते हो या किसी तरह की सर्विसेज लेते हो तो आप के द्वारा की गयी पेमेंट्स को ही फ्रेक्स ट्रेडिंग कहते हैं। ग्लोबल करेंसी को buy या sell करना फोरेक्स ट्रेडिंग कहलाता है। इस प्रकार जब दो देशो के बीच कोई बिज़नेस होता है तो वो प्रोडक्ट या सर्विस के माध्यम से foreign करेंसी को एक्सचेंज करते हैं।

लेकिन जिस ट्रेडिंग की हम बात कर रहे वहाँ पर एक ट्रेडर यह अनुमान लगाता है कि किसी देश की मुद्रा का मूल्य किसी दूसरे देश की मुद्रा की तुलना में ऊपर जायेगा या नीचे। इसलिए इसमें हमेश दो देशो की करेंसी के जोड़े को ही ट्रेड किया जाता है जैसे USD / INR। यहां पर USD का मतलब है UNITED STATE Dollar और INR का मतलब है Indian Rupees। यहां पर ट्रेडर अनुमान लगाता है कि Indian Ruppes डॉलर की तुलना में ऊपर जाएगा या नीचे। अगर ट्रेडर का अनुमान ठीक होता है तो उसे प्रॉफिट मिलता है और यदि नहीं तो उसे नुक्सान उठाना पड़ता है।
करेंसी ट्रेडिंग पेयर्स इन इंडिया
EURo , pound , yen और Dollar।
फोरेक्स मार्किट कैसे काम करती हैं ?
Interesting Facts About Forex
आप यह जानकर हैरान हो जाओगे कि फोरेक्स मार्किट इतना बड़ा होने के बाजजूद इसका कोई ऑफिस नहीं है न ही कोई employee है। दुनिया में फोरेक्स मार्किट को चलाने के लिए कोई बिल्डिंग है ही नहीं। तो अब आप सोचते होंगे कि फिर यह फोरेक्स मार्किट चलती कैसे है ?
इसका जवाब है कि यह दुनियाभर भर के ट्रेडिंग कंप्यूटर को मिला कर एक कंप्यूटर नेटवर्क की शृंखला बनाते हैं। और इन ट्रेडिंग टर्मिनल के कंप्यूटर को चलाते हैं दुनिया बड़े बड़े बैंक्स , बड़े इंस्टीटूशन्स और दुनिया के कोने कोने से ट्रेडिंग कर रहे रिटेल इन्वेस्टर।
जी हाँ ऐसे चलती फोरेक्स मार्किट।
पास्ट में फोरेक्स मार्किट में सिर्फ बड़े बैंक्स और बड़े इंस्टीटूशन्स ही ट्रेडिंग करते थे लेकिन बाद में इसे रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए खोल दिया गया।
फोरेक्स मार्किट लगातार पूरा दिन चलने वाला बाजार है।
फोरेक्स में ट्रेडिंग कैसे करें
लर्न एंड प्रैक्टिस फोरेक्स : ट्रेडिंग करने से पहले फोरेक्स मार्किट को समझो। यह कैसे काम करती है। किस तरह के चार्ट पैटर्न बनाती है। सिखने के लिए हमेशा तैयार रहो और प्रैक्टिस करते रहो।
ब्रोकरेज अकाउंट : फोरेक्स मार्किट में ट्रेड करने के लिए आपको सेबी रजिस्टर्ड ब्रोकरेज अकाउंट ओपन करना होगा।
ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी : फोरेक्स मार्किट को सिखने के बाद और ब्रोकरेज अकाउंट ओपन करने के बाद अब आपको एक ऐसी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी की जरूरत है जिस पर आप ट्रस्ट कर सको और उस ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी पर ट्रेडिंग कर सको।
ट्रेड के लिए सही फोरेक्स मार्किट का चुनाव :
फोरेक्स मार्किट 3 टाइप की होती है । 1 स्पॉट मार्किट , 2 Forwards and Futures market , 3 option market।
स्पॉट मार्किट में करेंसी को उसके मूल्य के आधार पर खरीदा और बेचा जाता है। जब कि Forward and Futures Market में दो पक्षों के बीच एक समझौता होता है जिसमे करेंसी का मूल्य पहले से ही निर्धारित होता है। और समझौते में शामिल शर्तों के अनुसार ही दोनों पक्षों में लेन देन होता है।
option Market इसके बिलकुल विपरीत है। इसमें वास्तविक मुद्राओं पर ट्रेड नहीं होती। यह एक ऐसे कॉन्ट्रैक्ट पर काम करती है जिसमे भविष्य में निर्धारित की गयी तारिख के आधार पर करेंसी के मूल्य तय किये जाते हैं और उसी के अनुसार ट्रेड होती है।
ट्रेडर्स यह जानकर बहुत खुश होंगे कि जिनके पास ट्रेडिंग के लिए कम बजट है वो अन्य मार्किट की तुलना में यहां आसानी से ट्रेड कर सकते है।
मेरे द्वारा दी गयी यह जानकारी कैसी लगी कमैंट्स में लिख कर जरूर बताये अगर आपका फोरेक्स मार्किट से सम्बंधित कोई सुझाव या सवाल है तो उसे भी जरूर लिखें