इसे समझे बिना आप शेयर मार्किट को नहीं समझ सकते
साल 2020 कोरोना महामारी की शुरुआत। ये वो समय था जब सबकी नौकरी ख़तम हो चुकी थी , लोगो के काम धंधे बंद हो चुके थे। बहुत से लोगों के पास खाने तक के पैसे नहीं बचे थे तब इसी समय में बहुत से लोगों ने जो क्रूड आयल की समझ रखते थे अपना घर पैसों से भर रहे थे। जब क्रूड आयल के प्राइस अब तक के सब से निचले स्तर पर ट्रेड कर रहे थे और इसी का फायदा लोगो ने उठाया और क्रूड में ट्रेड करना शुरू कर दिया । 2 साल में ही क्रूड आयल ने अपनी लाइफ की सब से बड़ी रफ़्तार पकड़ी। जो प्राइस अब तक के सब से निचले स्तर पर ट्रेड कर रहा था वही प्राइस अब आसमान छु रहा था। इस समय में क्रूड ने बहुत से लोगो की लाइफ बदल दी और उनके बैंक अकाउंट को पैसा ही पैसा हो गया। आप खुद निचे दिए गए चार्ट में देख कर अंदाजा लगा सकते है कि कैसे लोगो ने इस समय का फायदा उठाया ।
Chart of WTI
Chart touch the lowest price of below 1 and made a high of 130 in just two years.

Brent Crude oil price chart

आप हैरान हो जायेंगे जब इसको प्रॉफिट में कैलकुलेट करेंगे। ये मैं नहीं बताऊंगा कि कितना परसेंट प्रॉफिट हुआ। ये काम आप खुद करें और मुझे कमेंट कर के बताएं कि कितना परसेंट रिटर्न मिला।
क्रूड आयल में निवेश करना इन्वेस्टर्स की पहली पसंद रही है। और प्रोफेशनल की लिस्ट में क्रूड आयल हमेशा ऊपर रहता है। क्रूड आयल मार्किट को पढ़ना ,समझना , रिसर्च करना शेयर मार्किट में इन्वेस्ट करने वालो के लिए जरूरी है। यह सिर्फ एक कमोडिटी नहीं है। क्रूड आयल एक बहुत बड़ी मार्किट है। जिसका प्रभाव इक्विटी पर प्रत्यक्ष – अप्रत्यक्ष रूप से पड़ता रहता है। क्रूड आयल से बहुत से प्रोडक्ट बनते है जो हर रोज इस्तेमाल में लिए जाते है

जैसे प्लास्टिक , कोल्ड क्रीम्स ,लिपस्टिक , लुब्रिकेंट्स ,घरों में रंग करने के लिए पेंट्स , पेट्रोल , डीजल , बलून , Bandages , कैंडल्स, हेयर कलर , डिटर्जेंट आदि।
क्रूड आयल में जरा सा बदलाव इन सभी प्रोडक्ट्स और इसे बनाने वाली कंपनी पर सीधा असर डालता है। यदि क्रूड आयल के दाम बढ़ते है तो उस से सम्बन्धित कंपनी के Products के प्राइस में भी बदलाव आता है। जिसकी वजह से इन कंपनी के शेयर प्राइस को predict करने में मदद मिलती है। इसलिए यदि आप क्रूड आयल में अपनी पकड़ बना लेते हो तो आप शेयर मार्किट से अच्छे पैसे कमा सकते हो।
तो आइये जानते हैं
क्रूड आयल क्या होता है ? क्रूड आयल किसे कहते है ?
कच्चा तेल एक तरल पेट्रोलियम होता है जो पृथ्वी के अंदर विभिन्न छिद्रयुक्त चट्टान संरचनाओं में संचित पाया जाता है और ईंधन के रूप में जलाने या रासायनिक उत्पादों में प्रसंस्करण के लिए निकाला जाता है। क्रूड आयल तेल की एक अशुद्ध अवस्था में पाया जाता है जिसे इतेमाल में लाने से पहले शुद्ध किया जाता है।
क्रूड आयल इन्वेस्टर्स में इतना प्रसिद्ध है कि इसे ब्लैक गोल्ड भी कहा जाता है।
Investor
Organization of the Petroleum Exporting Countries (OPEC) crude oil का प्रमुख सप्लायर है।
Iran (1960)
Iraq (1960)
Kuwait (1960)
Saudi Arabia (1960)
Venezuela (1960)
Libya (1962)
United Arab Emirates (1967)
Algeria (1969)
Nigeria (1971)
Ecuador (1973)
Gabon (1975)
Angola (2007)
Equatorial Guinea (2017)
Congo (२०१८ )
ये सभी देश इस संगठन के सदस्य हैं। ये सभी देश क्रूड आयल के बहुत बड़े निर्यातक हैं। इसका गठन 1960 में हुआ था।
3 Major Benchmark of Crude oil for trading
West Texas Intermediate (WTI crude), यह एक हल्का, मीठा कच्चा तेल है जो मुख्य वैश्विक तेल बेंचमार्क में से एक के रूप में कार्य करता है। यह मुख्य रूप से टेक्सास से प्राप्त होता है और दुनिया में सबसे उच्च गुणवत्ता वाला तेल है जिसे शुद्ध करना आसान है। symbol name for trading = USOIL
Brent crude , यह उत्तरी सागर से प्राप्त होने वाला कच्चे तेल का मिश्रण है। यह हल्का और मीठा होता है। इसमें सल्फर की मात्रा WTI से थोड़ी ज्यादा होती है। लेकिन फिर भी इसकी गुणवत्ता WTI के समान समझी जाती है। इसे शुद्ध करना आसान होता है। ब्रेंट क्रूड एक बेंचमार्क है जो दुनिया भर में तेल की कीमतों को परिभाषित करता है। symbol name for trading = UKOIL
Dubai crude: यह दुबई से निकाला जाता है। इसकी क्वालिटी WTI और BRENT CRUDE के मुकाबले कम है। इसे फ़तेह नाम से भी जाना जाता है। क्यों की इसे बहुत बड़े पैमाने पर निकाला जाता है तो इसकी प्रोडक्शन कॉस्ट अन्य के मुकाबले कम है।
How U.S. dollar affects crude oil price?
क्रूड आयल मार्किट को समझने के लिए आपको डॉलर को भी समझना पड़ेगा। डॉलर अधिकांश वस्तुओं के लिए बेंचमार्क का काम करता है और क्रूड आयल भी उन्ही में से एक है। यदि डॉलर का मूल्य कम होता है तो समान मात्रा में क्रूड खरीदने के लिए ज्यादा डॉलर खर्च करने पड़ते है और यदि डॉलर का मूल्य बढ़ता है तो समान मात्रा में क्रूड खरीदने के लिए कम डॉलर खर्च करने पड़ते है। अभी तक का डाटा अगर देखा जाये तो पता चलेगा कि तेल की कीमतों का डॉलर पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। इस से आप समझ गए होंगे कि सिर्फ क्रूड की समझ रखने के बाद आपको करेंसी ट्रेडिंग की भी जानकारी होने लगेगी। और करेंसी में भी PROFIT कमा सकेंगे। इसे आप नीचे दिए गए चार्ट से आसानी से समझ सकते है।

Analysis crude oil price using oil consumption & production by country
अब तक आप अच्छी तरह समझ गए होंगे कि क्रूड आयल का मूल्य निर्धारण पूरी तरह डिमांड और सप्लाई पर आधारित है। ज्यादा डिमांड ज्यादा प्राइस और कम डिमांड मतलब कम प्राइस। Very Good आप अच्छा सीख रखे हो। क्रूड आयल प्राइस के बदलाव को समझने के लिए यह जानना जरूरी है कि किस देश में आयल की खपत कितनी है। यदि आयल का उत्पादन या खपत कम या ज्यादा होती है तो उसका प्रभाव क्रूड आयल प्राइस पर देखने को जरूर मिलता है। सऊदी अरब , रूस और यूनाइटेड स्टेट ऑफ़ अमेरिका इसमें सबसे बड़े खिलाड़ी है ये देश क्रूड आयल उत्पादन में सबसे आगे हैं। रूस का मेजर इनकम सोर्स क्रूड आयल है। यदि क्रूड आयल में कुछ समस्या होती है तो रूस की आर्थिक स्थिति गड़बड़ा जाती है। US भी क्रूड एक्सपोर्ट करता है। लेकिन सऊदी अरब की प्रोडक्शन कॉस्ट सब से कम है क्यों की वहाँ बहुत बड़े पैमाने पर क्रूड उत्पादन होता है।
नीचे दिए गए वर्ल्ड मैप में आप आयल की खपत देख सकते है


Source : Oil Consumption by Country 2024 (worldpopulationreview.com)
Understand Relation between crude oil and equity
कंपनी जो क्रूड आयल में डील करती है जैसे भारत पेट्रोलियम , इंडियन आयल ,हिंदुस्तान पेट्रोलियम, रिलायंस आदि। यदि क्रूड के प्राइस बढ़ते हैं तो इन कंपनी को बेनिफिट होता है , और कंपनी जो आयल से प्रोडक्ट बनाती है जैसे सीमेंट कंपनी , टायर कंपनी, पेंट कंपनी और logistics कंपनी आदि। यदि क्रूड आयल के प्राइस बढ़ते हैं तो यह इन कंपनी के profit के लिए ठीक नहीं।
इस तरह यदि आप क्रूड आयल का सम्बन्ध दूसरी कंपनी से जोड़ पाते है तो शेयर मार्किट को समझना आपके लिए बहुत आसान हो जायेगा
Understand relation between inflation and crude oil
कच्चा तेल किसी भी देश की आर्थिक स्थिति में मुख्या भूमिका निभाता है। इसलिए कच्चा तेल की कीमतों में वृद्धि से इन्फ्लेशन रेट पर असर पड़ता है। यदि इतिहास में देखें तो पता चलता है कि जब इन्फ्लेशन रेट में वृद्धि हुई है तब कच्चे तेल की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है लेकिन ऐसा बहुत ही कम समय के लिए हुआ है क्यों कि जब इन्फ्लेशन रेट बढ़ता है तो सरकार इन्फ्लेशन रेट को कम करने के लिए ब्याज दरों को बढ़ा देती है जिस से लोगो की खर्च करने की क्षमता कम हो जाती है। लोन , रियल एस्टेट महंगा हो जाता है। आर्थिक विकास धीमा हो जाता है। और इन सब का असर कच्चे तेल के प्राइस पर पड़ता है और क्रूड का प्राइस नीचे गिरने लगता है।
इसलिए यदि आपको शेयर मार्किट में आपने करियर बनाना है और उस से अधिकतम प्रॉफिट उठाना है तो आपको क्रूड आयल को पढ़ना बहुत जरूरी है।
Relation between Geopolitical , Economic events and crude oil
2020 में, कोविड-19 महामारी की वजह से पुरे विश्व को आर्थिक मंदी का सामना करना पड़ा इसका असर तेल की कीमतों पर भी पड़ा। जिसके परिणाम स्वरूप तेल की कीमतें गिर गईं। OPEC और उसके सहयोगी देशों ने कीमतों को स्थिर करने के लिए तेल के उत्पादन में कटौती कर दी, लेकिन फिर भी तेल कीमतें 20 साल के निचले स्तर पर पहुंच गईं
आप नीछे दिए गए फोटो में साफ़ देख सकते हैं कि जब geopolitical घटनाएं हुई है तो उसका असर सीधा आयल प्राइस पर दिखा है

Source : U.S. Energy Information Administration – EIA – Independent Statistics and Analysis
आपने पढ़ा कि किस तरह युद्ध और महामारी में क्रूड आयल लोगो के लिए पैसे छापने की मशीन बन गया। आपने पढ़ा कि किस तरह डॉलर के मदद से आप क्रूड आयल में फायदा उठा सकते हैं और उसी तरह क्रूड आयल की मदद से डॉलर में। आपने पढ़ा कि किस तरह क्रूड आयल के प्राइस घटने या बढ़ने से शेयर मार्किट में लिस्टेड कंपनी पर क्या असर पड़ता है। और अंत में आपने पढ़ा कि इन्फ्लेशन रेट का क्रूड प्राइस पर प्रभाव।
यह सब पढ़ कर आप समझ गए होंगे कि क्रूड आयल को पढ़े बिना शेयर मार्किट को समझना बिलकुल आसान नहीं होगा। और जो क्रूड आयल के व्यापर को समझ जाता है वो विश्व की आर्थिक स्थिति को भी समझने लगता है। इस तरह आपने पढ़ा कि किस तरह ये सभी कड़िया आपस में जुडी हुई हैं। तो क्रूड आयल को पढ़े और अपना भविष्य बनाये।
आशा करता हूँ कि आपको मेरे द्वारा दी गयी जानकारी जरूर काम आएगी। यदि आपके कोई भी सवाल या सुझाव हैं तो कमैंट्स जरूर करें। आपका एक कमैंट्स मुझे काम के दौरान हुई थकान में ग्लूकोस का काम करेगा। तो कमेंट जरूर कीजिये।