By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
INVESTING AWARDSINVESTING AWARDS
  • Home
  • Investment
    • Stocks
    • Mutual Fund
    • Bonds
    • Commodities
    • Cryptocurrency
    • Forex
  • Personal Finance
  • Learn
    • Fundamental Analysis
    • Technical Analysis
  • More
    • Blog
    • About-Us
    • Disclaimer
    • Privacy Policy
    • Contact
Reading: सस्ती और महंगी स्टॉक्स: किसमें निवेश करें?
Font ResizerAa
INVESTING AWARDSINVESTING AWARDS
Font ResizerAa
  • Home
  • Investment
    • Stocks
    • Mutual Fund
    • Bonds
    • Commodities
    • Cryptocurrency
    • Forex
  • Personal Finance
  • Learn
    • Fundamental Analysis
    • Technical Analysis
  • More
    • Blog
    • About-Us
    • Disclaimer
    • Privacy Policy
    • Contact
Follow US
© investing awards. All Rights Reserved.

  • bitcoinBitcoin(BTC)$109,400.00
  • ethereumEthereum(ETH)$2,661.21
  • binancecoinBNB(BNB)$662.30
  • solanaSolana(SOL)$154.18
INVESTING AWARDS > Blog > Stock Market > सस्ती और महंगी स्टॉक्स: किसमें निवेश करें?
Stock Market

सस्ती और महंगी स्टॉक्स: किसमें निवेश करें?

सस्ती और महंगी स्टॉक्स के बीच निवेश के फैसले को समझना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है, लेकिन सूचित निर्णय लेने के लिए कुछ मुख्य बिंदुओं पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है।

investingawards.in
Last updated: 21 June 2025 15:09
By investingawards.in
19 Min Read
Share
SHARE

परिचय

वित्तीय निवेश की दुनिया में, सस्ती स्टॉक्स और महंगी स्टॉक्स में निवेश करने की बहस हमेशा से ही महत्वपूर्ण रही है। निवेशकों के लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि दोनों प्रकार की स्टॉक्स में क्या अंतर है और उनके संभावित रिटर्न क्या हो सकते हैं। सस्ती स्टॉक्स, जिन्हें आमतौर पर ‘अंडरवैल्यूड’ स्टॉक्स कहा जाता है, उन कंपनियों के शेयर होते हैं जिनकी बाजार में कीमत अपेक्षाकृत कम होती है। वहीं, महंगी स्टॉक्स, जिनकी कीमतें अधिक होती हैं, अक्सर उन कंपनियों से जुड़ी होती हैं जो अपने उद्योग में प्रमुख स्थान रखती हैं।

Contents
परिचयसस्ती स्टॉक्स में निवेश करने के फायदेसस्ती स्टॉक्स में निवेश करने के जोखिममहंगी स्टॉक्स में निवेश करने के फायदेमहंगी स्टॉक्स में निवेश करने के जोखिमकंपनी की वित्तीय स्थिति और विकास संभावनाएँबाजार की स्थिति और आर्थिक संकेतकव्यक्तिगत निवेश लक्ष्य और जोखिम सहनशीलताकेस स्टडीजनिष्कर्ष

यह समझना भी महत्वपूर्ण है कि सस्ती स्टॉक्स और महंगी स्टॉक्स में निवेश के अलग-अलग लाभ और चुनौतियाँ हो सकती हैं। सस्ती स्टॉक्स में निवेश करने का एक मुख्य लाभ यह है कि निवेशक कम पैसे में अधिक शेयर खरीद सकते हैं, जिससे संभावित लाभ अधिक हो सकता है। हालांकि, इसमें जोखिम भी अधिक होता है क्योंकि ऐसी स्टॉक्स अक्सर अस्थिर होती हैं। दूसरी ओर, महंगी स्टॉक्स में निवेश करने का लाभ यह है कि वे अक्सर स्थिर और अनुभवी कंपनियों के होते हैं, जिनका रिकॉर्ड अच्छा होता है। लेकिन, इन स्टॉक्स की कीमत अधिक होने के कारण निवेश की लागत भी अधिक होती है।

इस प्रकार, सस्ती और महंगी स्टॉक्स में निवेश का निर्णय करते समय निवेशकों को अपनी जोखिम सहनशीलता, वित्तीय लक्ष्यों और बाजार की परिस्थितियों को ध्यान में रखना चाहिए। दोनों प्रकार के स्टॉक्स में निवेश करने के अपने-अपने फायदे और नुकसान हैं, इसलिए एक संतुलित और सूचित दृष्टिकोण अपनाना महत्वपूर्ण है। इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से, हम सस्ती और महंगी स्टॉक्स के विभिन्न पहलुओं पर विचार करेंगे, ताकि आप अपने निवेश निर्णयों को और अधिक समझदारी से ले सकें।

स्टॉक्स की दुनिया में, निवेशकों को अक्सर “सस्ती” और “महंगी” स्टॉक्स के बीच अंतर समझने की आवश्यकता होती है। सस्ती स्टॉक्स आमतौर पर उन कंपनियों के शेयर होते हैं जिनका शेयर मूल्य कम होता है, और वे छोटे-कैप कंपनियों में से होती हैं। छोटे-कैप कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) आमतौर पर $300 मिलियन से $2 बिलियन के बीच होता है। इन कंपनियों में निवेश करना कम जोखिम भरा नहीं होता, लेकिन यह उच्च संभावित रिटर्न का अवसर प्रदान कर सकता है। इन स्टॉक्स को अक्सर “पैनी स्टॉक्स” भी कहा जाता है, क्योंकि उनके शेयर मूल्य बहुत कम होते हैं।

दूसरी ओर, महंगी स्टॉक्स बड़े-कैप कंपनियों के शेयर होते हैं जिनका शेयर मूल्य उच्च होता है। बड़े-कैप कंपनियों का बाजार पूंजीकरण आमतौर पर $10 बिलियन से ऊपर होता है। ये स्टॉक्स अधिक स्थिर और सुरक्षित निवेश के रूप में माने जाते हैं, क्योंकि बड़ी कंपनियां आमतौर पर बाजार में स्थिरता और निरंतरता प्रदान करती हैं। इन कंपनियों के पास मजबूत वित्तीय स्थिति और व्यापक उपभोक्ता आधार होता है, जो निवेशकों के लिए जोखिम को कम करता है।

सस्ती और महंगी स्टॉक्स में निवेश करने के अपने-अपने फायदे और नुकसान होते हैं। सस्ती स्टॉक्स में निवेश करने से उच्च रिटर्न की संभावना होती है, लेकिन यह भी ध्यान रखना चाहिए कि इसमें उच्च जोखिम भी शामिल होता है। महंगी स्टॉक्स में निवेश अपेक्षाकृत सुरक्षित होता है, लेकिन इनसे मिलने वाला रिटर्न भी स्थिर और कम होता है। इसलिए, निवेशकों को अपनी जोखिम सहनशीलता, वित्तीय लक्ष्य और निवेश की अवधि के आधार पर उचित निर्णय लेना चाहिए।

सस्ती स्टॉक्स में निवेश करने के फायदे

सस्ती स्टॉक्स में निवेश करने के कई फायदे होते हैं, जिनमें से एक प्रमुख लाभ उच्च प्रतिशत लाभ की संभावना है। सस्ती स्टॉक्स अक्सर छोटे और मझोले उद्यमों से जुड़ी होती हैं, जिनकी विकास की संभावना अधिक होती है। जब ये कंपनियाँ व्यापार में सफल होती हैं, तो उनके स्टॉक्स का मूल्य तेजी से बढ़ सकता है, जिससे निवेशकों को उच्च रिटर्न मिल सकता है।

इसके अलावा, सस्ती स्टॉक्स में बड़ी मात्रा में खरीदना भी आसान होता है। एक निवेशक अपने पोर्टफोलियो में विविधता ला सकता है और विभिन्न उद्योगों और क्षेत्रों में निवेश कर सकता है। यह विविधता जोखिम को कम करने में मदद करती है, क्योंकि अगर एक कंपनी का प्रदर्शन खराब होता है, तो अन्य कंपनियाँ उस नुकसान की भरपाई कर सकती हैं।

सस्ती स्टॉक्स में निवेश के कई सफल उदाहरण भी देखने को मिलते हैं। उदाहरण के लिए, Apple और Amazon जैसी बड़ी कंपनियाँ भी एक समय पर सस्ती स्टॉक्स के रूप में शुरू हुई थीं। इन कंपनियों के शुरुआती निवेशकों को शानदार लाभ मिला क्योंकि उन्होंने शुरुआती चरणों में निवेश किया था। इसी तरह, अन्य छोटी और उभरती कंपनियाँ भी भविष्य में बड़ी कंपनियों के रूप में उभर सकती हैं, जिससे निवेशकों को बड़ा रिटर्न मिल सकता है।

इस प्रकार, सस्ती स्टॉक्स में निवेश करने के फायदे स्पष्ट हैं। उच्च प्रतिशत लाभ की संभावना, बड़ी मात्रा में खरीदने की सुविधा, और सफल निवेश के उदाहरण इसे एक आकर्षक विकल्प बनाते हैं। निवेशकों को अपने वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम सहने की क्षमता के आधार पर सस्ती स्टॉक्स में निवेश करने पर विचार करना चाहिए।

सस्ती स्टॉक्स में निवेश करने के जोखिम

सस्ती स्टॉक्स में निवेश करना अक्सर एक आकर्षक विकल्प हो सकता है, खासकर नए निवेशकों के लिए। हालांकि, इसके साथ जुड़े जोखिमों को समझना महत्वपूर्ण है। सस्ती स्टॉक्स की एक प्रमुख विशेषता उनकी उच्च अस्थिरता है। ये स्टॉक्स बाजार की हलचल और छोटी-छोटी खबरों से भी बड़े उतार-चढ़ाव का सामना कर सकते हैं, जिससे निवेशकों के लिए स्थिर रिटर्न की संभावना कम हो जाती है।

इसके अतिरिक्त, सस्ती स्टॉक्स की कम तरलता भी एक महत्वपूर्ण जोखिम कारक है। तरलता का अर्थ है कि किसी स्टॉक को बाजार में कितनी आसानी से खरीदा या बेचा जा सकता है। कम तरलता वाले स्टॉक्स को बेचने में कठिनाई हो सकती है, खासकर तब जब बाजार में अचानक गिरावट आ जाए। इससे निवेशकों को अपने निवेश को नकदी में बदलने में समस्या हो सकती है।

सस्ती स्टॉक्स में निवेश करते समय एक और महत्वपूर्ण पहलू ‘पेनी स्टॉक्स’ की संभावना है। पेनी स्टॉक्स वे स्टॉक्स होते हैं जिनकी कीमत बहुत कम होती है और जो अक्सर छोटे बाजार पूंजीकरण वाली कंपनियों के होते हैं। ये स्टॉक्स उच्च जोखिम और संभावित घोटालों के लिए अधिक प्रवण होते हैं। कई बार, इन स्टॉक्स की वास्तविक वित्तीय स्थिति को समझना मुश्किल होता है, जिससे निवेशकों को धोखाधड़ी का शिकार बनने का खतरा होता है।

इन सभी जोखिमों को ध्यान में रखते हुए, सस्ती स्टॉक्स में निवेश करने का निर्णय लेने से पहले गहन विश्लेषण और सावधानीपूर्वक विचार करना आवश्यक है। उचित शोध, कंपनी की वित्तीय स्थिति की जांच, और बाजार के रुझानों का अवलोकन करके निवेशकों को अपने जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।

महंगी स्टॉक्स में निवेश करने के फायदे

महंगी स्टॉक्स में निवेश के कई फायदे होते हैं जो उन्हें निवेशकों के बीच आकर्षक बनाते हैं। सबसे पहले, महंगी स्टॉक्स की सामान्य स्थिरता और कम अस्थिरता का उदाहरण दिया जा सकता है। आमतौर पर, ये स्टॉक्स बड़ी और प्रतिष्ठित कंपनियों का प्रतिनिधित्व करते हैं जो बाजार में लंबे समय से स्थापित हैं। इन कंपनियों की वित्तीय स्थिति मजबूत होती है और वे अनिश्चित आर्थिक परिस्थितियों में भी अपनी स्थिरता बनाए रखने में सक्षम होती हैं।

महंगी स्टॉक्स में निवेश करने का दूसरा बड़ा फायदा यह है कि ये स्टॉक्स आमतौर पर अच्छी तरह से प्रबंधित कंपनियों का प्रतिनिधित्व करते हैं। ये कंपनियां बाजार में अपने उत्पादों और सेवाओं के लिए उच्च मांग बनाए रखती हैं, जिससे उनकी आय और मुनाफा स्थिर रहता है। इसके अलावा, ये कंपनियां अक्सर अपने निवेशकों को नियमित रूप से डिविडेंड का भुगतान भी करती हैं, जो निवेशकों के लिए एक अतिरिक्त आय स्रोत बनता है।

महंगी स्टॉक्स में सफल निवेश के उदाहरण भी महत्वपूर्ण हैं। जैसे कि एप्पल, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियां, जिन्होंने अपने निवेशकों को लंबे समय में काफी अच्छा रिटर्न दिया है। इन कंपनियों की स्थिरता और विकास की क्षमता ने निवेशकों को बड़े मुनाफे का मौका दिया है। इसके अलावा, महंगी स्टॉक्स में निवेश का एक और फायदा यह है कि ये स्टॉक्स अक्सर बाजार के उतार-चढ़ाव से कम प्रभावित होते हैं, जिससे निवेशकों को अधिक स्थिरता और सुरक्षा मिलती है।

अंत में, महंगी स्टॉक्स में निवेश करने का एक अन्य महत्वपूर्ण फायदा यह है कि ये स्टॉक्स निवेशकों को उच्च गुणवत्ता वाले पोर्टफोलियो का निर्माण करने में मदद करते हैं। अच्छे ब्रांड और मजबूत वित्तीय स्थिति वाली कंपनियों में निवेश करके, निवेशक अपने पोर्टफोलियो की स्थिरता और संभावित लाभ को बढ़ा सकते हैं।

महंगी स्टॉक्स में निवेश करने के जोखिम

महंगी स्टॉक्स में निवेश करना कई निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प हो सकता है, लेकिन इसमें कुछ महत्वपूर्ण जोखिम भी होते हैं। सबसे पहले, महंगी स्टॉक्स में निवेश के लिए उच्च प्रारंभिक निवेश की आवश्यकता होती है। कम आय वाले निवेशकों के लिए यह चुनौतीपूर्ण हो सकता है, क्योंकि उन्हें एक ही स्टॉक में अधिक पूंजी निवेश करनी पड़ती है।

इसके अलावा, महंगी स्टॉक्स में निवेश करने पर कम प्रतिशत लाभ की संभावना भी रहती है। उच्च मूल्य वाली कंपनियों के स्टॉक्स पहले से ही अपने उच्चतम मूल्यांकन पर होते हैं, जिससे उनके मूल्य में और अधिक वृद्धि की संभावना कम हो जाती है। निवेशक, जो महंगी स्टॉक्स में निवेश करते हैं, उन्हें अक्सर लंबी अवधि के निवेश की आवश्यकता होती है ताकि वे महत्वपूर्ण लाभ कमा सकें।

एक और बड़ा जोखिम यह है कि महंगी स्टॉक्स का अधिक मूल्यांकन होने की संभावना होती है। उच्च कीमतों के बावजूद, कई बार इन स्टॉक्स की वास्तविक मूल्य के मुकाबले अधिक मूल्यांकन किया जाता है। इस स्थिति में, यदि कंपनी के प्रदर्शन में कोई कमी आती है, तो स्टॉक की कीमत तेजी से गिर सकती है। इससे निवेशकों को भारी नुकसान हो सकता है।

अंततः, महंगी स्टॉक्स में निवेश करते समय निवेशकों को इन जोखिमों का ध्यान रखना चाहिए और अपने निवेश को संतुलित करने के लिए विविधीकरण रणनीति अपनानी चाहिए। यह सुनिश्चित करने के लिए कि उनका निवेश सुरक्षित और लाभदायक रहे, उन्हें अच्छी तरह से अनुसंधान और विश्लेषण करना चाहिए।

कंपनी की वित्तीय स्थिति और विकास संभावनाएँ

किसी भी स्टॉक में निवेश करने से पहले, सबसे महत्वपूर्ण कदम है कंपनी की वित्तीय स्थिति का आकलन करना। इसके लिए, बैलेंस शीट, आय विवरण और नकदी प्रवाह विवरण का विश्लेषण आवश्यक है। इन दस्तावेज़ों से आपको कंपनी के ऋण स्तर, नकदी भंडार, और लाभप्रदता का स्पष्ट चित्र मिलेगा। इसके अलावा, कंपनी की विकास संभावनाओं का मूल्यांकन करना भी ज़रूरी है। इसके लिए, उद्योग में कंपनी की स्थिति, प्रतिस्पर्धी लाभ, और नवाचार क्षमता जैसे कारकों का विश्लेषण करना चाहिए।

बाजार की स्थिति और आर्थिक संकेतक

समग्र बाजार की स्थिति और आर्थिक संकेतक भी स्टॉक चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि बाजार में मंदी है या आर्थिक संकेतक नकारात्मक हैं, तो स्टॉक की कीमतें गिर सकती हैं, चाहे कंपनी की वित्तीय स्थिति कितनी भी मजबूत हो। आर्थिक संकेतकों में जीडीपी वृद्धि दर, मुद्रास्फीति दर, और बेरोजगारी दर शामिल हैं। इसके अलावा, केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति और ब्याज दरें भी स्टॉक्स के प्रदर्शन को प्रभावित कर सकती हैं।

व्यक्तिगत निवेश लक्ष्य और जोखिम सहनशीलता

निवेश करते समय व्यक्तिगत निवेश लक्ष्य और जोखिम सहनशीलता को ध्यान में रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्रत्येक निवेशक के अपने विशिष्ट वित्तीय लक्ष्य होते हैं, जैसे कि सेवानिवृत्ति योजना, बच्चों की शिक्षा, या संपत्ति निर्माण। इन लक्ष्यों के आधार पर, निवेशक को सस्ती या महंगी स्टॉक्स का चयन करना चाहिए। यदि जोखिम सहनशीलता कम है, तो सुरक्षित और स्थिर कंपनियों के स्टॉक्स में निवेश करना उचित हो सकता है। वहीं, उच्च जोखिम सहनशीलता वाले निवेशक वे स्टॉक्स चुन सकते हैं जिनमें उच्च वृद्धि की संभावना है, भले ही वे महंगे हों।

केस स्टडीज

सस्ती और महंगी स्टॉक्स के प्रदर्शन का आकलन करने के लिए ऐतिहासिक डेटा का विश्लेषण करना आवश्यक है। इसके माध्यम से हम यह समझ सकते हैं कि कौन से स्टॉक्स निवेशकों के लिए अधिक लाभदायक रहे हैं। उदाहरण के लिए, 2008 के वित्तीय संकट के बाद कई सस्ती स्टॉक्स ने शानदार प्रदर्शन किया। इस दौरान, निवेशकों ने कई कंपनियों के स्टॉक्स को कम कीमत पर खरीदा और बाद में उनकी कीमतों में भारी वृद्धि देखी।

एक प्रमुख उदाहरण है एप्पल इंक। 2000 के दशक की शुरुआत में एप्पल के स्टॉक्स की कीमत अपेक्षाकृत कम थी। लेकिन कंपनी की उत्पाद रणनीति और नवाचारों के कारण, एप्पल के स्टॉक्स की कीमत में जबरदस्त वृद्धि हुई। इस प्रकार, शुरुआती निवेशकों को अत्यधिक लाभ हुआ।

दूसरी ओर, महंगे स्टॉक्स भी निवेशकों के लिए लाभदायक साबित हो सकते हैं। जैसे कि अमेज़न। अमेज़न के स्टॉक्स हमेशा से महंगे रहे हैं, लेकिन कंपनी की निरंतर विकास और विस्तार ने निवेशकों को निराश नहीं किया। कई निवेशकों ने ऊंची कीमत पर भी अमेज़न के स्टॉक्स खरीदे और दीर्घकालिक में उन्हें अच्छा रिटर्न मिला।

एक और दिलचस्प किस्सा है टेस्ला का। टेस्ला के स्टॉक्स की कीमत शुरू में काफी उच्च थी, लेकिन कंपनी के इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में अग्रणी बनने के साथ ही, निवेशकों का विश्वास बढ़ता गया और स्टॉक्स की कीमतें भी।

इन उदाहरणों से पता चलता है कि सस्ती और महंगी स्टॉक्स दोनों में निवेश करने के अपने फायदे और जोखिम होते हैं। सस्ती स्टॉक्स में निवेश करना कम जोखिम वाला लग सकता है, लेकिन दीर्घकालिक में महंगी स्टॉक्स भी अधिक रिटर्न दे सकती हैं। इसलिए, किसी भी निवेश निर्णय से पहले व्यापक शोध और विश्लेषण करना महत्वपूर्ण है।

निष्कर्ष

सस्ती और महंगी स्टॉक्स के बीच निवेश के फैसले को समझना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है, लेकिन सूचित निर्णय लेने के लिए कुछ मुख्य बिंदुओं पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है। सबसे पहले, सस्ती स्टॉक्स की बात करें तो, ये निवेशकों को कम कीमत पर खरीदने का अवसर प्रदान करती हैं, जिससे संभावित रूप से अधिक रिटर्न मिल सकता है। हालांकि, इनमें जोखिम भी अधिक होता है और इसके लिए अच्छी रिसर्च और समझ की आवश्यकता होती है।

दूसरी ओर, महंगी स्टॉक्स अक्सर उन कंपनियों की होती हैं जो स्थिर और विश्वसनीय होती हैं। इन स्टॉक्स में निवेश करने का मतलब है कि आप एक स्थापित और विकासशील कंपनी का हिस्सा बन रहे हैं। यह निवेश एक स्थिर और सुरक्षित रिटर्न प्रदान कर सकता है, हालांकि, उच्च प्रारंभिक लागत एक बाधा हो सकती है।

निवेशकों के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि वे अपने निवेश लक्ष्यों और जोखिम सहने की क्षमता को ध्यान में रखें। यदि आप एक उच्च जोखिम लेने वाले निवेशक हैं और बाजार में छोटे, लेकिन संभावित रूप से लाभदायक अवसरों की तलाश में हैं, तो सस्ती स्टॉक्स में निवेश करना आपके लिए उपयुक्त हो सकता है। इसके विपरीत, यदि आप एक स्थिर और सुरक्षित निवेश की तलाश में हैं, तो महंगी स्टॉक्स में निवेश करना अधिक व्यावहारिक हो सकता है।

अंततः, सस्ती और महंगी स्टॉक्स दोनों में निवेश के अपने-अपने फायदे और नुकसान होते हैं। सूचित और संतुलित दृष्टिकोण अपनाते हुए, निवेशक अपनी वित्तीय स्थिति और लक्ष्यों के अनुसार सही निर्णय ले सकते हैं। इसलिए, किसी भी प्रकार के स्टॉक में निवेश करने से पहले, उचित रिसर्च और सलाह लेना हमेशा फायदेमंद होता है।

शेयर बाजार खुलने से पहले जानने योग्य 5 बातें
मजबूत पोर्टफोलियो के लिए 6 टिप्स
विभिन्न प्रकार के निवेशकों के बारे में जानें और जानें कि वे वित्तीय बाज़ारों में कैसे काम करते हैं।
INDIA VIX Volatility Index
राधाकिशन दमानी: भारतीय शेयर बाजार के सफलतम निवेशक
TAGGED:Investment Strategystock market
Share This Article
Facebook Email Copy Link Print

More Popular from Investing Awards

Fundamental Analysis

विभिन्न प्रकार के निवेशकों के बारे में जानें और जानें कि वे वित्तीय बाज़ारों में कैसे काम करते हैं।

By investingawards.in
28 Min Read

आसान शब्दों में समझें: Annual Report

By investingawards.in
Fundamental Analysis

Fundamental Analysis से जाने कंपनी का भूत और भविष्य

By investingawards.in
20 Min Read
- Advertisement -
Ad image
Fundamental Analysis

शेयर बाजार क्या है यह कैसे काम करता है ?

क्या आपने कभी सोचा है कि शेयर बाजार कैसे काम करता है और कैसे दूसरे लोग…

By investingawards.in
Technical Analysis

Learn Technical Analysis

क्या आप financial independence के रहस्यों को जानने के लिए तैयार हैं? ट्रेडिंग स्क्रीन पर संख्याओं…

By investingawards.in
Fundamental Analysis

Cash Flow Statement

कोई कंपनी इसलिए दिवालिया नहीं होती कि वो प्रॉफ़िट में नहीं है, वो इसलिए कंगाल होती…

By investingawards.in
Technical Analysis

Market Structure और Market Trends को कैसे पहचाने ?

Market structure- Identifying Trend  Market structure उस समग्र ढांचे को संदर्भित करती है जो यह परिभाषित…

By investingawards.in
Fundamental Analysis

शेयर बाजार क्या है यह कैसे काम करता है ?

क्या आपने कभी सोचा है कि शेयर बाजार कैसे काम करता है और कैसे दूसरे लोग…

By investingawards.in
© investing awards. All Rights Reserved.
  • Advertise with us
  • Newsletters
  • Complaint
  • Deal
Investing awards transparent
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?